Bhagalpur College of Engineering (BCE) Bhagalpur – बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी का No.1 कॉलेज और उसकी ताज़ा ख़बर
भूमिका: चलो आज खुलकर बात करते हैं!
दोस्तों, अगर आप बिहार से हैं या फिर कभी इंजीनियरिंग की दुनिया में कदम रखने का सोचा है, तो Bhagalpur College of Engineering (BCE Bhagalpur) का नाम आपने ज़रूर सुना होगा।
क्योंकि सीधी बात है—BCE, Bihar Engineering University (BEU) का No. 1 college कहलाता है।
लेकिन, आज मैं यहां सिर्फ़ इसकी तारीफ़ करने नहीं बैठा हूँ।
आज की ख़बर थोड़ी अलग है, थोड़ी दुखद है, और थोड़ी सोचने पर मजबूर करने वाली भी।
क्योंकि जिस कॉलेज को हम mini IIIT कहते हैं, वही कॉलेज इस समय भारी बाढ़ की चपेट में है।
Bhagalpur College of Engineering क्यों है BEU का स्टार?
1. नाम ही काफ़ी है
BCE Bhagalpur, 1960 में स्थापित हुआ था। यानी भाईसाहब, बिहार का ये veteran engineering college है।
2. सुविधाएं IIT लेवल की
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Modern labs
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Smart classrooms
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Central library (जहाँ बैठकर किताबें ही नहीं, career के सपने भी पलते हैं)
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Hostels with decent facilities
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Placements जो कई private colleges को मात दे दें
3. Events & Culture
BCE में सिर्फ़ किताबों की दुनिया नहीं। यहाँ cultural fests, hackathons, sports meets – सब कुछ होता है।
यानी all-rounder college।
और हाँ, कई लोग मज़ाक में कहते हैं –
“BCE मतलब Bihar ka Chhota IIIT.”
बाढ़ ने बिगाड़ा खेल
अब आते हैं उस ताज़ा ख़बर पर।
दोस्तों, आप सब जानते हैं कि बिहार हर साल बाढ़ से जूझता है। लेकिन इस बार Bhagalpur College of Engineering पूरी तरह जलमग्न हो गया है।
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Hostels, classrooms, ground – सब पानी-पानी।
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पढ़ाई-लिखाई रुक गई है।
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College को अगली सूचना तक बंद कर दिया गया है।
सोचिए, वो बच्चे जो library में exam की तैयारी कर रहे थे, आज घर बैठे-online notes ढूंढ रहे हैं।
एक छात्र की नज़र से – Imagine This
मान लीजिए आप BCE के छात्र हैं।
सुबह उठते ही mess में चाय पीने जाते हैं। और अब? Mess भी बंद, कैंपस भी डूबा।
Hostel के corridor में cricket नहीं, boat तैर रही है।
कभी-कभी लगता है—“Engineering toh kar rahe hain, par survival engineering zyada seekh rahe hain.” 😅
सवाल उठता है – अब आगे क्या?
पढ़ाई का नुकसान
Exam schedule, lectures, labs – सब ठप। Online classes का option है, पर भाई, electricity और internet भी तो चाहिए!
Government की भूमिका
कई बार Bihar Government prompt रहती है, कई बार ढीली।
लेकिन इस बार उम्मीद है कि BEU और राज्य सरकार जल्दी steps उठाएंगी।
BCE Bhagalpur की पहचान – क्यों लोग इसे No.1 कहते हैं?
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Academic Excellence: Faculty का स्तर high है।
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Placements: कई students top MNCs में selection पाते हैं।
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Infrastructure: लगातार upgradation होता रहता है।
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Culture & Exposure: Bihar में रहने के बावजूद students को national level exposure मिलता है।
By the way, अगर आप किसी BCEian से पूछेंगे कि “तुम्हारा college कैसा है?”
तो जवाब मिलेगा—
“BCE में पढ़ना मतलब engineering के साथ life सीखना।”
मेरी राय – दिल से
ईमानदारी से कहूँ तो, BCE Bhagalpur सिर्फ़ एक college नहीं है।
ये aspirations का गढ़ है।
यहाँ पढ़ने वाले students बिहार की engineering community के लिए role models हैं।
लेकिन बाढ़ जैसी आपदा remind करती है कि हमें infrastructure को सिर्फ modern नहीं, बल्कि resilient भी बनाना होगा।
आख़िर education तो वही है जो हर हालात में चल सके।
नतीजा: सीख क्या मिलती है?
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Bihar के colleges को सिर्फ facilities में ही नहीं, disaster management में भी strong बनना होगा।
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Students को सीखना होगा कि challenges temporary होते हैं।
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और हम सबको मिलकर इस बात को amplify करना होगा कि BCE Bhagalpur सिर्फ़ एक college नहीं, बिहार की engineering का चेहरा है।
Call-to-Action
दोस्तों, अब आपकी बारी।
👉 क्या आपने भी कभी बाढ़ या natural disaster के कारण पढ़ाई में disruption face किया है?
👉 क्या आपको लगता है कि Bihar Government को engineering colleges के लिए अलग से disaster management plan बनाना चाहिए?
अपनी राय comments में ज़रूर शेयर करें।
और अगर आप BCE Bhagalpur से जुड़े हैं, तो अपने अनुभव भी लिखें—ताकि बाकी लोग सच जान सकें।


